Artwork

محتوای ارائه شده توسط Vivek Agarwal. تمام محتوای پادکست شامل قسمت‌ها، گرافیک‌ها و توضیحات پادکست مستقیماً توسط Vivek Agarwal یا شریک پلتفرم پادکست آن‌ها آپلود و ارائه می‌شوند. اگر فکر می‌کنید شخصی بدون اجازه شما از اثر دارای حق نسخه‌برداری شما استفاده می‌کند، می‌توانید روندی که در اینجا شرح داده شده است را دنبال کنید.https://fa.player.fm/legal
Player FM - برنامه پادکست
با برنامه Player FM !

समर्पण (Samarpann)

2:36
 
اشتراک گذاری
 

Manage episode 350490023 series 3337254
محتوای ارائه شده توسط Vivek Agarwal. تمام محتوای پادکست شامل قسمت‌ها، گرافیک‌ها و توضیحات پادکست مستقیماً توسط Vivek Agarwal یا شریک پلتفرم پادکست آن‌ها آپلود و ارائه می‌شوند. اگر فکر می‌کنید شخصی بدون اجازه شما از اثر دارای حق نسخه‌برداری شما استفاده می‌کند، می‌توانید روندی که در اینجا شرح داده شده است را دنبال کنید.https://fa.player.fm/legal

मुझे मोक्ष मत देना मोहन,

मत करना मुक्ति मार्ग प्रशस्त।

संध्या की जब बेला आये,

और हो जीवन का सूर्य अस्त॥

नहीं कामना वैकुण्ठ की मुझको,

न चाहूँ इंद्र का सिंहासन।

सम्पूर्ण सृष्टि में नहीं बना कुछ,

मेरी भारत भूमि सा पावन॥

श्वेत किरीट शोभित मस्तक पर,

करे पयोधि पद-प्रक्षालन।

सप्तसिंधु से सिंचित ये भूमि,

सर्वोच्च सदा से रही सनातन॥

इस पुण्य भूमि में क्रीड़ा करने,

ईश्वर स्वयं मनुज बन आते।

सौभाग्य यहाँ आने का पाकर,

यक्ष देव किन्नर इठलाते॥

बार बार लूँ जन्म यहीं पर,

बार बार यहीं मर-मिट जाऊँ।

समिधा बन इस पवित्र यज्ञ में,

हर जीवन सार्थक कर पाऊँ॥

मुझे लोभ नहीं मुझे मोह नहीं,

ये भक्ति और समर्पण है।

मातृभूमि के पावन चरणों में,

अपना सब कुछ अर्पण है॥

स्वरचित

विवेक अग्रवाल 'अवि'

  continue reading

96 قسمت

Artwork
iconاشتراک گذاری
 
Manage episode 350490023 series 3337254
محتوای ارائه شده توسط Vivek Agarwal. تمام محتوای پادکست شامل قسمت‌ها، گرافیک‌ها و توضیحات پادکست مستقیماً توسط Vivek Agarwal یا شریک پلتفرم پادکست آن‌ها آپلود و ارائه می‌شوند. اگر فکر می‌کنید شخصی بدون اجازه شما از اثر دارای حق نسخه‌برداری شما استفاده می‌کند، می‌توانید روندی که در اینجا شرح داده شده است را دنبال کنید.https://fa.player.fm/legal

मुझे मोक्ष मत देना मोहन,

मत करना मुक्ति मार्ग प्रशस्त।

संध्या की जब बेला आये,

और हो जीवन का सूर्य अस्त॥

नहीं कामना वैकुण्ठ की मुझको,

न चाहूँ इंद्र का सिंहासन।

सम्पूर्ण सृष्टि में नहीं बना कुछ,

मेरी भारत भूमि सा पावन॥

श्वेत किरीट शोभित मस्तक पर,

करे पयोधि पद-प्रक्षालन।

सप्तसिंधु से सिंचित ये भूमि,

सर्वोच्च सदा से रही सनातन॥

इस पुण्य भूमि में क्रीड़ा करने,

ईश्वर स्वयं मनुज बन आते।

सौभाग्य यहाँ आने का पाकर,

यक्ष देव किन्नर इठलाते॥

बार बार लूँ जन्म यहीं पर,

बार बार यहीं मर-मिट जाऊँ।

समिधा बन इस पवित्र यज्ञ में,

हर जीवन सार्थक कर पाऊँ॥

मुझे लोभ नहीं मुझे मोह नहीं,

ये भक्ति और समर्पण है।

मातृभूमि के पावन चरणों में,

अपना सब कुछ अर्पण है॥

स्वरचित

विवेक अग्रवाल 'अवि'

  continue reading

96 قسمت

Все серии

×
 
Loading …

به Player FM خوش آمدید!

Player FM در سراسر وب را برای یافتن پادکست های با کیفیت اسکن می کند تا همین الان لذت ببرید. این بهترین برنامه ی پادکست است که در اندروید، آیفون و وب کار می کند. ثبت نام کنید تا اشتراک های شما در بین دستگاه های مختلف همگام سازی شود.

 

راهنمای مرجع سریع